Surah Mursalat Ayat 4 Tafseer in Hindi
﴿فَالْفَارِقَاتِ فَرْقًا﴾
[ المرسلات: 4]
फिर (उनको) फाड़ कर जुदा कर देती हैं
Surah Al-Mursalat Hindi2. अर्थात सत्यासत्य तथा वैध और अवैध के बीच अंतर करने के लिए आदेश लाते हैं।
Surah Mursalat Verse 4 translate in arabic
Surah Mursalat Ayat 4 meaning in Hindi
फिर मामला करती है अलग-अलग,
Quran Urdu translation
پھر ان کو پھاڑ کر جدا جدا کر دیتی ہیں
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(77:4) then winnow them thoroughly,
And those [angels] who bring criterion meaning
Ayats from Quran in Hindi
- अगर हम कोई खेल बनाना चाहते तो बेशक हम उसे अपनी तजवीज़ से बना लेते
- और (वह दिन याद करो) जिस दिन ख़ुदा लोगों को पुकार कर पूछेगा कि तुम
- क्या जिन लोगों ने ईमान कुबूल किया और अच्छे-अच्छे काम किए उनको हम (उन लोगों
- और (खुदा की तरफ़ से) जिस दिन मैं पैदा हुआ हूँ और जिस दिन मरूँगा
- बेशक ये क़ुरान क़ौले फ़ैसल है
- इस पर भी उन लोगों ने उसके पाँव काट डाले और (उसको मार डाला) फिर
- (और कहा) हम तो अपने परवरदिगार पर इसलिए ईमान लाए हैं ताकि हमारे वास्ते सारे
- और न मोहताज को खाना खिलाने की तरग़ीब देते हो
- (ऐ रसूल) तुमसे लोग क़यामत के बारे में पूछा करते हैं कि कहीं उसका कोई
- फिर जिन (के नेकियों) के पल्लें भारी होगें तो यही लोग कामयाब होंगे
Quran surahs in Hindi :
Download surah Mursalat with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Mursalat mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Mursalat Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers