Surah Mursalat Ayat 50 Tafseer in Hindi
﴿فَبِأَيِّ حَدِيثٍ بَعْدَهُ يُؤْمِنُونَ﴾
[ المرسلات: 50]
अब इसके बाद ये किस बात पर ईमान लाएँगे
Surah Al-Mursalat Hindi14. अर्थात जब अल्लाह की अंतिम पुस्तक पर ईमान नहीं लाते, तो फिर कोई दूसरी पुस्तक नहीं हो सकती, जिस पर वे ईमान लाएँ। इसलिए कि अब और कोई पुस्तक आसमान से आने वाली नहीं है।
Surah Mursalat Verse 50 translate in arabic
Surah Mursalat Ayat 50 meaning in Hindi
अब आख़िर इसके पश्चात किस वाणी पर वे ईमान लाएँगे?
Quran Urdu translation
اب اس کے بعد یہ کون سی بات پر ایمان لائیں گے؟
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(77:50) In what discourse after this (Qur'an) will they, then, believe? *27
Then in what statement after the Qur'an will they believe? meaning
*27) That is, the greatest Message that could distinguish the Truth from falsehood for man and show him right guidance, has been sent down in the shape of the Qur'an. if a person does not believe even after reading it or hearing it read, what else after this can show him the correct guidance?
Ayats from Quran in Hindi
- तो अगर हम तुमको (दुनिया से) ले भी जाएँ तो भी हमको उनसे बदला लेना
- और जब दोज़ख़ (की आग) भड़कायी जाएगी
- जिस दिन आसमान फट पड़ेगा (ये) उसका वायदा पूरा होकर रहेगा
- आसमान से ज़मीन तक के हर अम्र का वही मुद्ब्बिर (व मुन्तज़िम) है फिर ये
- और जब हम ने फरिश्तों से कहा कि आदम को सजदा करो तो सबने सजदा
- और जो शख्स अपने परवरदिगार के सामने खड़े होने से डरता रहा उसके लिए दो
- (ऐ रसूल) तुम कह दो कि हम पर हरगिज़ कोई मुसीबत पड़ नही सकती मगर
- तो (ऐ रसूल) तुम भी उनसे किनाराकश रहो, जिस दिन एक बुलाने वाला (इसराफ़ील) एक
- (उस वक्त ख़ुदा ने आदम को) हुक्म दिया कि ऐ आदम तुम इन फ़रिश्तों को
- और उसमें से बाज़ ऐसे भी हैं जो (हमारे) रसूल को सताते हैं और कहते
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