Surah Al-Haqqah Ayat 7 Tafseer in Hindi
﴿سَخَّرَهَا عَلَيْهِمْ سَبْعَ لَيَالٍ وَثَمَانِيَةَ أَيَّامٍ حُسُومًا فَتَرَى الْقَوْمَ فِيهَا صَرْعَىٰ كَأَنَّهُمْ أَعْجَازُ نَخْلٍ خَاوِيَةٍ﴾
[ الحاقة: 7]
ख़ुदा ने उसे सात रात और आठ दिन लगाकर उन पर चलाया तो लोगों को इस तरह ढहे (मुर्दे) पड़े देखता कि गोया वह खजूरों के खोखले तने हैं
Surah Al-Haqqah Hindi1. उनके भारी और लंबे होने की उपमा खजूर के तने से दी गई है।
Surah Al-Haqqah Verse 7 translate in arabic
سخرها عليهم سبع ليال وثمانية أيام حسوما فترى القوم فيها صرعى كأنهم أعجاز نخل خاوية
سورة: الحاقة - آية: ( 7 ) - جزء: ( 29 ) - صفحة: ( 566 )Surah Al-Haqqah Ayat 7 meaning in Hindi
अल्लाह ने उसको सात रात और आठ दिन तक उन्मूलन के उद्देश्य से उनपर लगाए रखा। तो लोगों को तुम देखते कि वे उसमें पछाड़े हुए ऐसे पड़े है मानो वे खजूर के जर्जर तने हों
Quran Urdu translation
خدا نے اس کو سات رات اور آٹھ دن لگاتار ان پر چلائے رکھا تو (اے مخاطب) تو لوگوں کو اس میں (اس طرح) ڈھئے (اور مرے) پڑے دیکھے جیسے کھجوروں کے کھوکھلے تنے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(69:7) which He let loose upon them for seven nights and eight days in succession; so that (if you had been there) you might have seen people lying prostrate, as though they were uprooted trunks of hollowed palm trees.
Which Allah imposed upon them for seven nights and eight days in meaning
phonetic Transliteration
Sakhkharaha AAalayhim sabAAa layalin wathamaniyata ayyamin husooman fatara alqawma feeha sarAAa kaannahum aAAjazu nakhlin khawiyatun
English - Sahih International
Which Allah imposed upon them for seven nights and eight days in succession, so you would see the people therein fallen as if they were hollow trunks of palm trees.
Quran Bangla tarjuma
যা তিনি প্রবাহিত করেছিলেন তাদের উপর সাত রাত্রি ও আট দিবস পর্যন্ত অবিরাম। আপনি তাদেরকে দেখতেন যে, তারা অসার খর্জুর কান্ডের ন্যায় ভূপাতিত হয়ে রয়েছে।
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