Surah Hijr Ayat 84 Tafseer in Hindi
﴿فَمَا أَغْنَىٰ عَنْهُم مَّا كَانُوا يَكْسِبُونَ﴾
[ الحجر: 84]
फिर जो कुछ वह अपनी हिफाज़त की तदबीर किया करते थे (अज़ाब ख़ुदा से बचाने में) कि कुछ भी काम न आयीं
Surah Al-Hijr Hindi
Surah Hijr Verse 84 translate in arabic
Surah Hijr Ayat 84 meaning in Hindi
फिर जो कुछ वे कमाते रहे, वह उनके कुछ काम न आ सका
Quran Urdu translation
اور جو کام وہ کرتے تھے وہ ان کے کچھ بھی کام نہ آئے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(15:84) and all that they had achieved proved of no avail
So nothing availed them [from] what they used to earn. meaning
Ayats from Quran in Hindi
- जो लोग रात को या दिन को छिपा कर या दिखा कर (ख़ुदा की राह
- और न माना तो ख़ुदा उसको बहुत बड़े अज़ाब की सज़ा देगा
- (क्या वाक़ई) हमने फरिश्तों की औरतें बनाया है और ये लोग (उस वक्त) मौजूद थे
- और क़यामत यक़ीनन आने वाली है इसमें कोई शक नहीं और बेशक जो लोग क़ब्रों
- और अगर वह तुमसे माल तलब करे और तुमसे चिमट कर माँगे भी तो तुम
- यही वह लोग हैं जिनके नेक अमल हम क़ुबूल फरमाएँगे और बेहिश्त (के जाने) वालों
- तो ख़ुदा के रसूल (सालेह) ने उनसे कहा कि ख़ुदा की ऊँटनी और उसके पानी
- सब के सब रोजे मुअय्यन की मियाद पर ज़रूर इकट्ठे किए जाएँगे
- तुझ पर फिर तुफ़ है
- और हम ज़ालिम नहीं है
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