Surah Qalam Ayat 27 Tafseer in Hindi
﴿بَلْ نَحْنُ مَحْرُومُونَ﴾
[ القلم: 27]
(ये हमारा बाग़ नहीं फिर ये सोचकर बोले) बात ये है कि हम लोग बड़े बदनसीब हैं
Surah Al-Qalam Hindi7. पहले तो सोचा कि राह भूल गए हैं। किंतु फिर देखा कि बाग़ तो उन्हीं का है तो कहा कि यह तो ऐसा उजाड़ हो गया है कि अब कुछ तोड़ने के लिए रह ही नहीं गया है। वास्तव में, यह हमारा दुर्भाग्य है।
Surah Qalam Verse 27 translate in arabic
Surah Qalam Ayat 27 meaning in Hindi
नहीं, बल्कि हम वंचित होकर रह गए।"
Quran Urdu translation
نہیں بلکہ ہم (برگشتہ نصیب) بےنصیب ہیں
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(68:27) rather, we are utterly ruined.' *16
Rather, we have been deprived." meaning
*16) That is, on seeing the garden they didn't believe it was their own garden, and they said: "Perhaps we have lost our way and come to another place." But, when they considered it seriously and found it was their own garden, they cried out: "Alas we are undone!"
Ayats from Quran in Hindi
- और उसमें से बाज़ ऐसे भी हैं जो (हमारे) रसूल को सताते हैं और कहते
- और ऐसे लोगों (के हिसाब किताब) का जवाब देही कुछ परहेज़गारो पर तो है नहीं
- और (ऐ रसूल) तुमसे पहले भी बहुतेरे पैग़म्बरों की हॅसी उड़ाई जा चुकी है तो
- उस दिन झुठलाने वालों की मिट्टी ख़राब है
- जो आला दर्जे का चुग़लख़ोर माल का बहुत बख़ील
- और वह वही तो है जिसने तुमको उन कुफ्फ़ार पर फ़तेह देने के बाद मक्के
- और जान रखो कि तुम में ख़ुदा के पैग़म्बर (मौजूद) हैं बहुत सी बातें ऐसी
- (फिर ये ग़फ़लत कैसी) जो लोग इस पर ईमान नहीं रखते वह तो इसके लिए
- और जब कब्रें उखाड़ दी जाएँगी
- ये (सब बातें) इस सबब से हैं कि ख़ुदा ही यक़ीनी बरहक़ (माबूद) है और
Quran surahs in Hindi :
Download surah Qalam with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Qalam mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Qalam Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers