Surah Humazah Ayat 3 Tafseer in Hindi
﴿يَحْسَبُ أَنَّ مَالَهُ أَخْلَدَهُ﴾
[ الهمزة: 3]
वह समझता है कि उसका माल उसे हमेशा ज़िन्दा बाक़ी रखेगा
Surah Al-Humazah Hindi1. (1-3) इन आयतों में धन के पुजारियों के अपने धन के घमंड में दूसरों का अपमान करने और उनकी कृपणता (कंजूसी) का चित्रण किया गया है, उन्हें चेतावनी दी गई है कि यह आचरण विनाशकारी है, धन किसी को संसार में सदा जीवित नहीं रखेगा, एक समय आएगा कि उसे सब कुछ छोड़ कर ख़ाली हाथ जाना पड़ेगा।
Surah Humazah Verse 3 translate in arabic
Surah Humazah Ayat 3 meaning in Hindi
समझता है कि उसके माल ने उसे अमर कर दिया
Quran Urdu translation
(اور) خیال کرتا ہے کہ اس کا مال اس کی ہمیشہ کی زندگی کا موجب ہو گا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(104:3) He thinks that his wealth will immortalise him forever. *3
He thinks that his wealth will make him immortal. meaning
*3) Another meaning also can be: "He thinks that his wealth will make him immortal. " That is, he is so engrossed in amassing wealth and counting it over and over again that he has forgotten death and he never bothers to consider that a time will come when he will have to depart from the world empty-handed, leaving everything behind.
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