Surah Fajr Ayat 4 Tafseer in Hindi
﴿وَاللَّيْلِ إِذَا يَسْرِ﴾
[ الفجر: 4]
और रात की जब आने लगे
Surah Al-Fajr Hindi
Surah Fajr Verse 4 translate in arabic
Surah Fajr Ayat 4 meaning in Hindi
साक्षी है रात जब वह विदा हो रही हो
Quran Urdu translation
اور رات کی جب جانے لگے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(89:4) and by the night when it departs.
And [by] the night when it passes, meaning
Ayats from Quran in Hindi
- तो सरकश हो जाता है
- (ऐ रसूल) क्या तुम तक उन दावेदारों की भी ख़बर पहुँची है कि जब वह
- और हमने उनका ज़िक्र ख़ैर बाद को आने वालों में बाक़ी रखा
- जो पीने वालों को बड़ा मज़ा देगी
- जो मूसा और हारुन का परवरदिगार है
- और जब तारे झड़ पड़ेंगे
- (ऐ रसूल) तुम कहा दो कि ज़रा देखों तो सही कि आसमानों और ज़मीन में
- ऐ अहले किताब अपने दीन में हद (एतदाल) से तजावुज़ न करो और ख़ुदा की
- (ऐ रसूल) तुम को न तो उनके माल हैरत में डाले और न उनकी औलाद
- और जो शख्स ख़ुदा के साथ दूसरे माबूद की भी परसतिश करेगा उसके पास इस
Quran surahs in Hindi :
Download surah Fajr with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Fajr mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Fajr Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers