Surah Furqan Ayat 57 Tafseer in Hindi
﴿قُلْ مَا أَسْأَلُكُمْ عَلَيْهِ مِنْ أَجْرٍ إِلَّا مَن شَاءَ أَن يَتَّخِذَ إِلَىٰ رَبِّهِ سَبِيلًا﴾
[ الفرقان: 57]
और उन लोगों से तुम कह दो कि मै इस (तबलीगे रिसालत) पर तुमसे कुछ मज़दूरी तो माँगता नहीं हूँ मगर तमन्ना ये है कि जो चाहे अपने परवरदिगार तक पहुँचने की राह पकडे
Surah Al-Furqan Hindi30. अर्थात क़ुरआन पहुँचाने पर।
Surah Furqan Verse 57 translate in arabic
قل ما أسألكم عليه من أجر إلا من شاء أن يتخذ إلى ربه سبيلا
سورة: الفرقان - آية: ( 57 ) - جزء: ( 19 ) - صفحة: ( 365 )Surah Furqan Ayat 57 meaning in Hindi
कह दो, "मैं इस काम पर तुमसे कोई बदला नहीं माँगता सिवाय इसके कि जो कोई चाहे अपने रब की ओर ले जानेवाला मार्ग अपना ले।"
Quran Urdu translation
کہہ دو کہ میں تم سے اس (کام) کی اجرت نہیں مانگتا، ہاں جو شخص چاہے اپنے پروردگار کی طرف جانے کا رستہ اختیار کرے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(25:57) Tell them, "I do not ask of you any recompense for this work: I only ask of the one, who will, to adopt the way of his Lord.
Say, "I do not ask of you for it any payment - meaning
71a. For explanation, see E.N. 70 of Al-Mu'minun.
phonetic Transliteration
Qul ma asalukum AAalayhi min ajrin illa man shaa an yattakhitha ila rabbihi sabeelan
English - Sahih International
Say, "I do not ask of you for it any payment - only that whoever wills might take to his Lord a way."
Quran Bangla tarjuma
বলুন, আমি তোমাদের কাছে এর কোন বিনিময় চাই না, কিন্তু যে ইচ্ছা করে, সে তার পালনকর্তার পথ অবলম্বন করুক।
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Ayats from Quran in Hindi
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