Surah Yusuf Ayat 75 Tafseer in Hindi
﴿قَالُوا جَزَاؤُهُ مَن وُجِدَ فِي رَحْلِهِ فَهُوَ جَزَاؤُهُ ۚ كَذَٰلِكَ نَجْزِي الظَّالِمِينَ﴾
[ يوسف: 75]
(वे धड़क) बोल उठे कि उसकी सज़ा ये है कि जिसके बोरे में वह (माल) निकले तो वही उसका बदला है (तो वह माल के बदले में ग़ुलाम बना लिया जाए)
Surah Yusuf Hindi24. अर्थात याक़ूब अलैहिस्सलाम के धर्म-विधान में चोर को दास बना लेने का नियम था। (तफ़्सीर क़ुर्तुबी)
Surah Yusuf Verse 75 translate in arabic
قالوا جزاؤه من وجد في رحله فهو جزاؤه كذلك نجزي الظالمين
سورة: يوسف - آية: ( 75 ) - جزء: ( 13 ) - صفحة: ( 244 )Surah Yusuf Ayat 75 meaning in Hindi
वे बोले, "उसका दंड यह है कि जिसके सामान में वह मिले वही उसका बदला ठहराया जाए। हम अत्याचारियों को ऐसा ही दंड देते है।"
Quran Urdu translation
انہوں نے کہا کہ اس کی سزا یہ ہے کہ جس کے شلیتے میں وہ دستیاب ہو وہی اس کا بدل قرار دیا جائے ہم ظالموں کو یہی سزا دیا کرتے ہیں
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(12:75) They replied, "His punishment should be that he himself be made a bondsman, if the thing is found in his pack. At home we punish such offenders like this. " *58
[The brothers] said, "Its recompense is that he in whose bag it meaning
*58) It should be kept in mind that these people were the descendants of Prophet Abraham. Therefore they put forward his law regarding a thief, that is, the thief should be made the bondsman of the one whose goods he had stolen.
phonetic Transliteration
Qaloo jazaohu man wujida fee rahlihi fahuwa jazaohu kathalika najzee alththalimeena
English - Sahih International
[The brothers] said, "Its recompense is that he in whose bag it is found - he [himself] will be its recompense. Thus do we recompense the wrongdoers."
Quran Bangla tarjuma
তারা বললঃ এর শাস্তি এই যে, যার রসদপত্র থেকে তা পাওয়া যাবে, এর প্রতিদানে সে দাসত্বে যাবে। আমরা যালেমদেরকে এভাবেই শাস্তি দেই।
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