Surah Al Isra Ayat 77 Tafseer in Hindi
﴿سُنَّةَ مَن قَدْ أَرْسَلْنَا قَبْلَكَ مِن رُّسُلِنَا ۖ وَلَا تَجِدُ لِسُنَّتِنَا تَحْوِيلًا﴾
[ الإسراء: 77]
तुमसे पहले जितने रसूल हमने भेजे हैं उनका बराबर यही दस्तूर रहा है और जो दस्तूर हमारे (ठहराए हुए) हैं उनमें तुम तग्य्युर तबद्दुल (रद्दो बदल) न पाओगे
Surah Al-Isra Hindi46. अर्थात रसूल को निकालने पर यातना देने का हमारा नियम रहा है।
Surah Al Isra Verse 77 translate in arabic
سنة من قد أرسلنا قبلك من رسلنا ولا تجد لسنتنا تحويلا
سورة: الإسراء - آية: ( 77 ) - جزء: ( 15 ) - صفحة: ( 290 )Surah Al Isra Ayat 77 meaning in Hindi
यही कार्य-प्रणाली हमारे उन रसूलों के विषय में भी रही है, जिन्हें हमने तुमसे पहले भेजा था और तुम हमारी कार्य-प्रणाली में कोई अन्तर न पाओगे
Quran Urdu translation
جو پیغمبر ہم نے تم سے پہلے بھیجے تھے ان کا (اور ان کے بارے میں ہمارا یہی) طریق رہا ہے اور تم ہمارے طریق میں تغیروتبدل نہ پاؤ گے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(17:77) This has always been our Way with the Messengers whom We sent before you. *90 and you will find no change in Our way.
[That is Our] established way for those We had sent before you meaning
*90) That is, "This is how Allah has always dealt with the people who killed or exiled His Messengers. They never survived in the land after this. They were either annihilated by the scourge of Allah or were brought under the sway of an enemy or wen subdued by the followers of the Messenger. "
phonetic Transliteration
Sunnata man qad arsalna qablaka min rusulina wala tajidu lisunnatina tahweelan
English - Sahih International
[That is Our] established way for those We had sent before you of Our messengers; and you will not find in Our way any alteration.
Quran Bangla tarjuma
আপনার পূর্বে আমি যত রসূল প্রেরণ করেছি, তাদের ক্ষেত্রেও এরূপ নিয়ম ছিল। আপনি আমার নিয়মের কোন ব্যতিক্রম পাবেন না।
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