Surah Muminun Ayat 105 Tafseer in Hindi
﴿أَلَمْ تَكُنْ آيَاتِي تُتْلَىٰ عَلَيْكُمْ فَكُنتُم بِهَا تُكَذِّبُونَ﴾
[ المؤمنون: 105]
(उस वक्त हम पूछेंगें) क्या तुम्हारे सामने मेरी आयतें न पढ़ी गयीं थीं (ज़रुर पढ़ी गयी थीं) तो तुम उन्हें झुठलाया करते थे
Surah Al-Muminun Hindi
Surah Muminun Verse 105 translate in arabic
ألم تكن آياتي تتلى عليكم فكنتم بها تكذبون
سورة: المؤمنون - آية: ( 105 ) - جزء: ( 18 ) - صفحة: ( 349 )Surah Muminun Ayat 105 meaning in Hindi
(कहा जाएगा,) "क्या तुम्हें मेरी आयातें सुनाई नहीं जाती थी, तो तुम उन्हें झुठलाते थे?"
Quran Urdu translation
کیا تم کو میری آیتیں پڑھ کر نہیں سنائی جاتیں تھیں (نہیں) تم ان کو سنتے تھے (اور) جھٹلاتے تھے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(23:105) -(It will be said to them,) "Are you not the same people, who treated as lies My Revelations, when they were recited to you?"
[It will be said]. "Were not My verses recited to you and meaning
phonetic Transliteration
Alam takun ayatee tutla AAalaykum fakuntum biha tukaththiboona
English - Sahih International
[It will be said]. "Were not My verses recited to you and you used to deny them?"
Quran Bangla tarjuma
তোমাদের সামনে কি আমার আয়াত সমূহ পঠিত হত না? তোমরা তো সেগুলোকে মিথ্যা বলতে।
English | Türkçe | Indonesia |
Русский | Français | فارسی |
تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- और वह ज़हर का सा घूँट पीकर रह जाता है (बेटी की) जिसकी खुशखबरी दी
- जिसका बौर बाहम गुथा हुआ है
- ग़रज़ हमने नूह और उनके साथियों को जो भरी हुई कश्ती में थे नजात दी
- (उसके नज़दीक) सब बराबर हैं (आदमी किसी हालत में हो मगर) उस अकेले के लिए
- कि आख़िर तुम्हें दोज़ख़ में कौन सी चीज़ (घसीट) लायी
- और रात को परदा बनाया
- (ऐ रसूल) हमने तुमको (तमाम आलम का) गवाह और ख़ुशख़बरी देने वाला और धमकी देने
- (ऐ रसूल) उनसे पूछो तो कि तुम ने जिन लोगों को (ख़ुदा का) शरीक बनाया
- (फिर हम पूछेंगे कि क्यों) ऐ गिरोह जिन व इन्स क्या तुम्हारे पास तुम ही
- फिर हमने उन्हें (अपना अज़ाब का) वायदा सच्चा कर दिखाया (और जब अज़ाब आ पहुँचा)
Quran surahs in Hindi :
Download surah Muminun with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Muminun mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Muminun Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers