Surah Al Imran Ayat 141 Tafseer in Hindi
﴿وَلِيُمَحِّصَ اللَّهُ الَّذِينَ آمَنُوا وَيَمْحَقَ الْكَافِرِينَ﴾
[ آل عمران: 141]
और ये (भी मंजूर था) कि सच्चे ईमानदारों को (साबित क़दमी की वजह से) निरा खरा अलग कर ले और नाफ़रमानों (भागने वालों) का मटियामेट कर दे
Surah Al Imran Hindi
Surah Al Imran Verse 141 translate in arabic
Surah Al Imran Ayat 141 meaning in Hindi
और ताकि अल्लाह ईमानवालों को निखार दे और इनकार करनेवालों को मिटा दे
Quran Urdu translation
اور یہ بھی مقصود تھا کہ خدا ایمان والوں کو خالص (مومن) بنا دے اور کافروں کو نابود کر دے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(3:141) and makes men go through trials in order that He might purge the believers and blot out those who deny the Truth.
And that Allah may purify the believers [through trials] and destroy the meaning
phonetic Transliteration
Waliyumahhisa Allahu allatheena amanoo wayamhaqa alkafireena
English - Sahih International
And that Allah may purify the believers [through trials] and destroy the disbelievers.
Quran Bangla tarjuma
আর এ কারণে আল্লাহ ঈমানদারদেরকে পাক-সাফ করতে চান এবং কাফেরদেরকে ধবংস করে দিতে চান।
English | Türkçe | Indonesia |
Русский | Français | فارسی |
تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- तो तुम उस दिन का इन्तेज़ार करो कि आसमान से ज़ाहिर ब ज़ाहिर धुऑं निकलेगा
- और हमने नूह को उनकी काैम के पास पैग़म्बर बनाकर भेजा तो नूह ने (उनसे)
- जो कुछ ये बकता है (सब) हम सभी से लिखे लेते हैं और उसके लिए
- और हमने तो इसी क़ुरान में तरह तरह से बयान कर दिया ताकि लोग किसी
- उससे इतने बड़े बड़े अंगारे बरसते होंगे जैसे महल
- तुमको कोई फायदा पहुंचा तो उन को बुरा मालूम होता है और अगर तुम पर
- तो (उससे कहा जाएगा कि) तुम पर दाहिने हाथ वालों की तरफ़ से सलाम हो
- जो लोग उठते बैठते करवट लेते (अलगरज़ हर हाल में) ख़ुदा का ज़िक्र करते हैं
- (फिर बाहम कहने लगे कि) जब तुमने उन लोगों से और ख़ुदा के सिवा जिन
- जिन लोगों ने ईमान क़ुबूल किया और अपने ईमान को ज़ुल्म (शिर्क) से आलूदा नहीं
Quran surahs in Hindi :
Download surah Al Imran with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Al Imran mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Al Imran Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers