Surah Rahman Ayat 29 Tafseer in Hindi
﴿يَسْأَلُهُ مَن فِي السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضِ ۚ كُلَّ يَوْمٍ هُوَ فِي شَأْنٍ﴾
[ الرحمن: 29]
और जितने लोग सारे आसमान व ज़मीन में हैं (सब) उसी से माँगते हैं वह हर रोज़ (हर वक्त) मख़लूक के एक न एक काम में है
Surah Ar-Rahman Hindi3. अर्थात वह अपनी उत्पत्ति की आवश्यकताएँ पूरी करता, प्रार्थनाएँ सुनता, सहायता करता, रोगी को निरोग करता, अपनी दया प्रदान करता, तथा अपमान-सम्मान और विजय-प्राजय देता और अनगिनत कार्य करता है।
Surah Rahman Verse 29 translate in arabic
يسأله من في السموات والأرض كل يوم هو في شأن
سورة: الرحمن - آية: ( 29 ) - جزء: ( 27 ) - صفحة: ( 532 )Surah Rahman Ayat 29 meaning in Hindi
आकाशों और धरती में जो भी है उसी से माँगता है। उसकी नित्य नई शान है
Quran Urdu translation
آسمان اور زمین میں جتنے لوگ ہیں سب اسی سے مانگتے ہیں۔ وہ ہر روز کام میں مصروف رہتا ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(55:29) All in the heavens and the earth entreat Him for their needs; a new, mighty task engages Him each day. *27
Whoever is within the heavens and earth asks Him; every day He meaning
*27) That is, "He is continuously and endlessly fimctioning in this Universe and creating countless new things with new and yet new forms and designs and qualities, He is giving death to one and life to another, exalting one and debasing another, causing one to recover and another to remain ill, rescuing a drowning one and drowning a floating one. He is providing sustenance to countless creatures in a variety of ways, His world never stays In the same state: it is changing every moment and its Creator arranges it in a new state and fashion every time, which is different from every previous form and fashion and state, "
phonetic Transliteration
Yasaluhu man fee alssamawati waalardi kulla yawmin huwa fee shanin
English - Sahih International
Whoever is within the heavens and earth asks Him; every day He is bringing about a matter.
Quran Bangla tarjuma
নভোমন্ডল ও ভূমন্ডলের সবাই তাঁর কাছে প্রার্থী। তিনি সর্বদাই কোন না কোন কাজে রত আছেন।
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Ayats from Quran in Hindi
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