Surah Shuara Ayat 30 Tafseer in Hindi
﴿قَالَ أَوَلَوْ جِئْتُكَ بِشَيْءٍ مُّبِينٍ﴾
[ الشعراء: 30]
मूसा ने कहा अगरचे मैं आपको एक वाजेए व रौशन मौजिज़ा भी दिखाऊ (तो भी)
Surah Ash-Shuara Hindi
Surah Shuara Verse 30 translate in arabic
Surah Shuara Ayat 30 meaning in Hindi
उसने कहा, "क्या यदि मैं तेरे पास एक स्पष्ट चीज़ ले आऊँ तब भी?"
Quran Urdu translation
(موسیٰ نے) کہا خواہ میں آپ کے پاس روشن چیز لاؤں (یعنی معجزہ)
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(26:30) Moses said, "Even if I bring forth a convincing thing?" *25
[Moses] said, "Even if I brought you proof manifest?" meaning
*25) That is, "Will you still deny me and send me to prison, even if I present a convincing Sign to prove that I am really the Messenger of God, Who is Lord of all Creation , Lord of the heavens and the earth and Lord of the east and the west?
Ayats from Quran in Hindi
- फिर उनसे उनके ख़ामयाजे (बदले) में अपनी मुलाक़ात के दिन (क़यामत) तक उनके दिल में
- तुम्हारे पास तो सुझाने वाली चीज़े आ ही चुकीं फिर जो देखे (समझे) तो अपने
- (कि क़त्ल ही करे और माफ न करे) और यतीम जब तक जवानी को पहुँचे
- और वह वाक़िया भी याद करो जब फ़रिश्तों ने मरियम से कहा, ऐ मरियम तुमको
- ग़रज़ तुम उनकी बातों का ख्याल छोड़ दो और तुम मुन्तज़िर रहो (आख़िर) वह लोग
- बेशक जो शख़्श (ख़ुदा से) डरे उसके लिए इस (किस्से) में इबरत है
- और (ऐ रसूल) उनमें से बाज़ ऐसे भी हैं जो तुम्हारी तरफ कान लगाए रहते
- ग़रज़ उन लोगों ने शुएब को झुठलाया तो उन्हें साएबान (अब्र) के अज़ाब ने ले
- और जिन लोगों ने ईमान क़ुबूल किया ख़ुदा उनको यक़ीनन जानता है और मुनाफेक़ीन को
- और हारून ने उनसे पहले कहा भी था कि ऐ मेरी क़ौम तुम्हारा सिर्फ़ इसके
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