Surah Yasin Ayat 34 Tafseer in Hindi
﴿وَجَعَلْنَا فِيهَا جَنَّاتٍ مِّن نَّخِيلٍ وَأَعْنَابٍ وَفَجَّرْنَا فِيهَا مِنَ الْعُيُونِ﴾
[ يس: 34]
और हम ही ने ज़मीन में छुहारों और अंगूरों के बाग़ लगाए और हमही ने उसमें पानी के चशमें जारी किए
Surah Ya-Sin Hindi
Surah Yasin Verse 34 translate in arabic
وجعلنا فيها جنات من نخيل وأعناب وفجرنا فيها من العيون
سورة: يس - آية: ( 34 ) - جزء: ( 23 ) - صفحة: ( 442 )Surah Yasin Ayat 34 meaning in Hindi
और हमने उसमें खजूरों और अंगूरों के बाग लगाए और उसमें स्रोत प्रवाहित किए;
Quran Urdu translation
اور اس میں کھجوروں اور انگوروں کے باغ پیدا کیے اور اس میں چشمے جاری کردیئے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(36:34) We made in it gardens of date-palms and vines, and We caused springs to gush forth
And We placed therein gardens of palm trees and grapevines and caused meaning
phonetic Transliteration
WajaAAalna feeha jannatin min nakheelin waaAAnabin wafajjarna feeha mina alAAuyooni
English - Sahih International
And We placed therein gardens of palm trees and grapevines and caused to burst forth therefrom some springs -
Quran Bangla tarjuma
আমি তাতে সৃষ্টি করি খেজুর ও আঙ্গুরের বাগান এবং প্রবাহিত করি তাতে নির্ঝরিণী।
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Ayats from Quran in Hindi
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