Surah Naziat Ayat 10 Tafseer in Hindi
﴿يَقُولُونَ أَإِنَّا لَمَرْدُودُونَ فِي الْحَافِرَةِ﴾
[ النازعات: 10]
कुफ्फ़ार कहते हैं कि क्या हम उलटे पाँव (ज़िन्दगी की तरफ़) फिर लौटेंगे
Surah An-Naziat Hindi
Surah Naziat Verse 10 translate in arabic
Surah Naziat Ayat 10 meaning in Hindi
वे कहते है, "क्या वास्तव में हम पहली हालत में फिर लौटाए जाएँगे?
Quran Urdu translation
(کافر) کہتے ہیں کیا ہم الٹے پاؤں پھر لوٹ جائیں گے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(79:10) They say: 'Shall we indeed be restored to life,
They are [presently] saying, "Will we indeed be returned to [our] former meaning
phonetic Transliteration
Yaqooloona ainna lamardoodoona fee alhafirati
English - Sahih International
They are [presently] saying, "Will we indeed be returned to [our] former state [of life]?
Quran Bangla tarjuma
তারা বলেঃ আমরা কি উলটো পায়ে প্রত্যাবর্তিত হবই-
English | Türkçe | Indonesia |
Русский | Français | فارسی |
تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- हाँ अलबत्ता जिस शख्स ने खुदा के आगे अपना सर झुका दिया और अच्छे काम
- फिर उसी ने ज़िन्दगी बसर करने के तरीक़े बताए फिरऔन ने पूछा भला अगले लोगों
- (ऐ रसूल) ये किस्सा ग़ैब की ख़बरों में से है जिसे हम तुम्हारे पास वही
- शबे क़द्र (मरतबा और अमल में) हज़ार महीनो से बेहतर है
- तो रोज़े क़यामत तक मछली के पेट में रहते
- पस हमने उनकीे एहद शिकनी की वजह से उनपर लानत की और उनके दिलों को
- लोगों अपने परवरदिगार से डरो और उस दिन का ख़ौफ रखो जब न कोई बाप
- और अपने परवरदिगार की तरफ रूजू करो और उसी के फरमाबरदार बन जाओ (मगर) उस
- और अगर तुम लोग खुदा और उसके रसूल और आखेरत के घर की ख्वाहॉ हो
- और अपनी (क़ौम की) बेशौहर औरतों और अपने नेक बख्त गुलामों और लौंडियों का निकाह
Quran surahs in Hindi :
Download surah Naziat with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Naziat mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Naziat Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers