Surah Al Imran Ayat 127 Tafseer in Hindi
﴿لِيَقْطَعَ طَرَفًا مِّنَ الَّذِينَ كَفَرُوا أَوْ يَكْبِتَهُمْ فَيَنقَلِبُوا خَائِبِينَ﴾
[ آل عمران: 127]
(और यह मदद की भी तो) इसलिए कि काफ़िरों के एक गिरोह को कम कर दे या ऐसा चौपट कर दे कि (अपना सा) मुंह लेकर नामुराद अपने घर वापस चले जायें
Surah Al Imran Hindi69. अर्थात अल्लाह तुम्हें फ़रिश्तों द्वारा समर्थन इसलिए देगा, ताकि काफ़िरों का कुछ बल तोड़ दे, और उन्हें निष्फल वापिस कर दे।
Surah Al Imran Verse 127 translate in arabic
ليقطع طرفا من الذين كفروا أو يكبتهم فينقلبوا خائبين
سورة: آل عمران - آية: ( 127 ) - جزء: ( 4 ) - صفحة: ( 66 )Surah Al Imran Ayat 127 meaning in Hindi
ताकि इनकार करनेवालों के एक हिस्से को काट डाले या उन्हें बुरी पराजित और अपमानित कर दे कि वे असफल होकर लौटें
Quran Urdu translation
(یہ خدا نے) اس لیے (کیا) کہ کافروں کی ایک جماعت کو ہلاک یا انہیں ذلیل ومغلوب کر دے کہ (جیسے آئے تھے ویسے ہی) ناکام واپس جائیں
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(3:127) And Allah provided this aid to you in order to cut off a part of those who disbelieved and frustrate them so that they retreat in utter disappointment.
That He might cut down a section of the disbelievers or suppress meaning
phonetic Transliteration
LiyaqtaAAa tarafan mina allatheena kafaroo aw yakbitahum fayanqaliboo khaibeena
English - Sahih International
That He might cut down a section of the disbelievers or suppress them so that they turn back disappointed.
Quran Bangla tarjuma
যাতে ধবংস করে দেন কোন কোন কাফেরকে অথবা লাঞ্ছিত করে দেন-যেন ওরা বঞ্চিত হয়ে ফিরে যায়।
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تفسير | Bengali | Urdu |
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