Surah Al Imran Ayat 138 Tafseer in Hindi
﴿هَٰذَا بَيَانٌ لِّلنَّاسِ وَهُدًى وَمَوْعِظَةٌ لِّلْمُتَّقِينَ﴾
[ آل عمران: 138]
ये (जो हमने कहा) आम लोगों के लिए तो सिर्फ़ बयान (वाक़या) है मगर और परहेज़गारों के लिए हिदायत व नसीहत है
Surah Al Imran Hindi
Surah Al Imran Verse 138 translate in arabic
Surah Al Imran Ayat 138 meaning in Hindi
यह लोगों के लिए स्पष्ट बयान और डर रखनेवालों के लिए मार्गदर्शन और उपदेश है
Quran Urdu translation
یہ (قرآن) لوگوں کے لیے بیان صریح اور اہلِ تقویٰ کے لیے ہدایت اور نصیحت ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(3:138) This is a plain exposition for men, and a guidance and admonition for the Godfearing.
This [Qur'an] is a clear statement to [all] the people and a meaning
phonetic Transliteration
Hatha bayanun lilnnasi wahudan wamawAAithatun lilmuttaqeena
English - Sahih International
This [Qur'an] is a clear statement to [all] the people and a guidance and instruction for those conscious of Allah.
Quran Bangla tarjuma
এই হলো মানুষের জন্য বর্ণনা। আর যারা ভয় করে তাদের জন্য উপদেশবাণী।
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Ayats from Quran in Hindi
- (ऐ रसूल) क्या तुमने उन लोगों के हाल पर ग़ौर नहीं किया जिन्होंने मेरे एहसान
- ये लोग तुमसे अज़ाब की जल्दी करते हैं और ये यक़ीनी बात है कि दोज़ख़
- न तो आफताब ही से ये बन पड़ता है कि वह माहताब को जा ले
- सी चीज़ भी ख़र्च करो ख़ुदा तो उसको ज़रूर जानता है तौरैत के नाज़िल होने
- जो काफ़िर बन बैठा उस पर उस के कुफ्र का वबाल है और जिन्होने अच्छे
- फिर जब हमारा (अज़ाब का) हुक्म आ पहुँचा तो हमने (बस्ती की ज़मीन के तबके)
- तो (जहाँ मछली थी) दोनों ने हमारे बन्दों में से एक (ख़ास) बन्दा खिज्र को
- और नमाज़ पढ़ते रहो और ज़कात दिये जाओ और जो कुछ भलाई अपने लिए (खुदा
- फिर तो उन लोगों में (शामिल) हो जाता जो ईमान लाए और सब्र की नसीहत
- कि तुम अपनी ज़बानों से इसको एक दूसरे से बयान करने लगे और अपने मुँह
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