Surah Al Qamar Ayat 18 Tafseer in Hindi
﴿كَذَّبَتْ عَادٌ فَكَيْفَ كَانَ عَذَابِي وَنُذُرِ﴾
[ القمر: 18]
आद (की क़ौम ने) (अपने पैग़म्बर) को झुठलाया तो (उनका) मेरा अज़ाब और डराना कैसा था,
Surah Al-Qamar Hindi
Surah Al Qamar Verse 18 translate in arabic
Surah Al Qamar Ayat 18 meaning in Hindi
आद ने भी झुठलाया, फिर कैसी रही मेरी यातना और मेरा डराना?
Quran Urdu translation
عاد نے بھی تکذیب کی تھی سو (دیکھ لو کہ) میرا عذاب اور ڈرانا کیسا ہوا
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(54:18) 'Ad also gave the lie (to Hud). So how awesome were My chastisement and My warnings!
'Aad denied; and how [severe] were My punishment and warning. meaning
phonetic Transliteration
Kaththabat AAadun fakayfa kana AAathabee wanuthuri
English - Sahih International
'Aad denied; and how [severe] were My punishment and warning.
Quran Bangla tarjuma
আদ সম্প্রদায় মিথ্যারোপ করেছিল, অতঃপর কেমন কঠোর হয়েছিল আমার শাস্তি ও সতর্কবাণী।
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