Surah Shuara Ayat 87 Tafseer in Hindi
﴿وَلَا تُخْزِنِي يَوْمَ يُبْعَثُونَ﴾
[ الشعراء: 87]
और जिस दिन लोग क़ब्रों से उठाए जाएँगें मुझे रुसवा न करना
Surah Ash-Shuara Hindi16. ह़दीस में वर्णित है कि प्रलय के दिन इबराहीम अलैहिस्सलाम अपने बाप से मिलेंगे। और कहेंगे : ऐ मेरे पालनहार! तूने मुझे वचन दिया था कि मुझे पुनः जीवित होने के दिन अपमानित नहीं करेगा। तो अल्लाह कहेगा : मैंने स्वर्ग को काफ़िरों के लिए अवैध कर दिया है। (सह़ीह़ बुख़ारी : 4769)
Surah Shuara Verse 87 translate in arabic
Surah Shuara Ayat 87 meaning in Hindi
और मुझे उस दिन रुसवा न कर, जब लोग जीवित करके उठाए जाएँगे।
Quran Urdu translation
اور جس دن لوگ اٹھا کھڑے کئے جائیں گے مجھے رسوا نہ کیجیو
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(26:87) and do not disgrace me on the Day when everybody will be raised back to life, *64
And do not disgrace me on the Day they are [all] resurrected meaning
*64) That is, "Do not put me to disgrace on the Day of Judgement by inflicting punishment on my father in front of all mankind, when I myself shall be witnessing his punishment helplessly."
Ayats from Quran in Hindi
- ग़रज़ सुलेमान को जो बनवाना मंज़ूर होता ये जिन्नात उनके लिए बनाते थे (जैसे) मस्जिदें,
- यही वह लोग हैं जिन्होंने हिदायत के बदले गुमराही ख़रीद ली, फिर न उनकी तिजारत
- और तू देखता है कि जब यह लोग (इस कुरान) को सुनते हैं जो हमारे
- (ऐ रसूल) तुम कहो कि (अब तुम्हारे पास कोई दलील नहीं है) ख़ुदा तक पहुंचाने
- कि ख़ुदा की आयतें उसके सामने पढ़ी जाती हैं और वह सुनता भी है फिर
- और माल और औलाद में तरक्क़ी देगा, और तुम्हारे लिए बाग़ बनाएगा, और तुम्हारे लिए
- जो मोटाई पैदा करे न भूख में कुछ काम आएगा
- ऐ रसूल तुम उन (लोगों से) कह दो किजो कुछ तुम्हारे दिलों में है तो
- उन लोगों का रास्ता जिन पर तूने इनाम फ़रमाया, जो माअतूब नहीं हुए, जो भटके
- ऐ रसूल तुम कह दो कि ऐ अहले किताब तुम अपने दीन में नाहक़ ज्यादती
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