Surah Qalam Ayat 22 Tafseer in Hindi
﴿أَنِ اغْدُوا عَلَىٰ حَرْثِكُمْ إِن كُنتُمْ صَارِمِينَ﴾
[ القلم: 22]
कि अगर तुमको फल तोड़ना है तो अपने बाग़ में सवेरे से चलो
Surah Al-Qalam Hindi
Surah Qalam Verse 22 translate in arabic
Surah Qalam Ayat 22 meaning in Hindi
कि "यदि तुम्हें फल तोड़ना है तो अपनी खेती पर सवेरे ही पहुँचो।"
Quran Urdu translation
اگر تم کو کاٹنا ہے تو اپنی کھیتی پر سویرے ہی جا پہنچو
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(68:22) 'Hurry to your orchard *14 if you would gather its fruit.'
[Saying], "Go early to your crop if you would cut the fruit." meaning
*14) The word tilth probably has been used because in the garden there were fields of crops also in between the trees.
phonetic Transliteration
Ani ighdoo AAala harthikum in kuntum sarimeena
English - Sahih International
[Saying], "Go early to your crop if you would cut the fruit."
Quran Bangla tarjuma
তোমরা যদি ফল আহরণ করতে চাও, তবে সকাল সকাল ক্ষেতে চল।
English | Türkçe | Indonesia |
Русский | Français | فارسی |
تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- और अगर कोई ऐसा क़ुरान (भी नाज़िल होता) जिसकी बरकत से पहाड़ (अपनी जगह) चल
- (और मुसलमानों) तुमको क्या हो गया है कि ख़ुदा की राह में उन कमज़ोर और
- और न मोहताज को खाना खिलाने की तरग़ीब देते हो
- और आसमान व ज़मीन में कोई ऐसी बात पोशीदा नहीं जो वाज़ेए व रौशन किताब
- और अगर हम (खेती की नुकसान देह) हवा भेजें फिर लोग खेती को (उसी हवा
- और जब उनमें से एक जमाअत ने (उन लोगों में से जो शुम्बे के दिन
- (अब बताओ) क्या (मैं तुम से न कहता था) कि हम को इस पहली मौत
- ऐ हमारी क़ौम ख़ुदा की तरफ बुलाने वाले की बात मानों और ख़ुदा पर ईमान
- और जब पहाड़ चलाए जाएंगें
- (मुसलमानों याद रखो) अगर ख़ुदा ने तुम्हारी मदद की तो फिर कोई तुमपर ग़ालिब नहीं
Quran surahs in Hindi :
Download surah Qalam with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Qalam mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Qalam Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers