Surah Ad Dukhaan Ayat 47 Tafseer in Hindi
﴿خُذُوهُ فَاعْتِلُوهُ إِلَىٰ سَوَاءِ الْجَحِيمِ﴾
[ الدخان: 47]
(फरिश्तों को हुक्म होगा) इसको पकड़ो और घसीटते हुए दोज़ख़ के बीचों बीच में ले जाओ
Surah Ad-Dukhaan Hindi
Surah Ad Dukhaan Verse 47 translate in arabic
Surah Ad Dukhaan Ayat 47 meaning in Hindi
"पकड़ो उसे, और भड़कती हुई आग के बीच तक घसीट ले जाओ,
Quran Urdu translation
(حکم دیا جائے گا کہ) اس کو پکڑ لو اور کھینچتے ہوئے دوزخ کے بیچوں بیچ لے جاؤ
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(44:47) 'Seize him and drag him to the middle of the Blazing Fire,
[It will be commanded], "Seize him and drag him into the midst meaning
phonetic Transliteration
Khuthoohu faiAAtiloohu ila sawai aljaheemi
English - Sahih International
[It will be commanded], "Seize him and drag him into the midst of the Hellfire,
Quran Bangla tarjuma
একে ধর এবং টেনে নিয়ে যাও জাহান্নামের মধ্যস্থলে,
English | Türkçe | Indonesia |
Русский | Français | فارسی |
تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- तो ये लोग भी उन्हें सज़ाओं के मुन्तिज़र (इन्तजार में) हैं जो उनसे क़ब्ल (पहले)
- तो उन लोगों को क्या हो गया है कि ईमान नहीं ईमान नहीं लाते
- और अगर हम चाहे तो जहाँ ये हैं (वहीं) उनकी सूरतें बदल (करके) (पत्थर मिट्टी
- हम अनक़रीब ही अपनी (क़ुदरत) की निशानियाँ अतराफ (आलम) में और ख़़ुद उनमें भी दिखा
- (ऐ रसूल) तुम कह दो कि हमारे तुम्हारे दरमियान गवाही के वास्ते बस ख़ुदा काफी
- यह इसलिए जो लोग ख़ुदा की नाज़िल की हुई(किताब) से बेज़ार हैं ये उनसे कहते
- और ये लोग कहते हैं कि जब हम (मरने के बाद सड़ गल कर) हड्डियाँ
- तो (ऐ रसूल) तुम सब्र करो बेशक ख़ुदा का वायदा सच्चा है और (कहीं) ऐसा
- और उस अमन वाले शहर (मक्का) की
- अनक़रीब तुम कुछ ऐसे और लोगों को भी पाओगे जो चाहते हैं कि तुमसे भी
Quran surahs in Hindi :
Download surah Ad Dukhaan with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Ad Dukhaan mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Ad Dukhaan Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers