Surah Al Qamar Ayat 46 Tafseer in Hindi
﴿بَلِ السَّاعَةُ مَوْعِدُهُمْ وَالسَّاعَةُ أَدْهَىٰ وَأَمَرُّ﴾
[ القمر: 46]
बात ये है कि इनके वायदे का वक्त क़यामत है और क़यामत बड़ी सख्त और बड़ी तल्ख़ (चीज़) है
Surah Al-Qamar Hindi
Surah Al Qamar Verse 46 translate in arabic
Surah Al Qamar Ayat 46 meaning in Hindi
नहीं, बल्कि वह घड़ी है, जिसका समय उनके लिए नियत है और वह बड़ी आपदावाली और कटु घड़ी है!
Quran Urdu translation
ان کے وعدے کا وقت تو قیامت ہے اور قیامت بڑی سخت اور بہت تلخ ہے
Tafseer Tafheem-ul-Quran by Syed Abu-al-A'la Maududi
(54:46) Nay; the Hour of Doom is their appointed time, and the Hour shall be more calamitous and bitter.
But the Hour is their appointment [for due punishment], and the Hour meaning
phonetic Transliteration
Bali alssaAAatu mawAAiduhum waalssaAAatu adha waamarru
English - Sahih International
But the Hour is their appointment [for due punishment], and the Hour is more disastrous and more bitter.
Quran Bangla tarjuma
বরং কেয়ামত তাদের প্রতিশ্রুত সময় এবং কেয়ামত ঘোরতর বিপদ ও তিক্ততর।
English | Türkçe | Indonesia |
Русский | Français | فارسی |
تفسير | Bengali | Urdu |
Ayats from Quran in Hindi
- ये इस सबब से कि उनके पैग़म्बरान उनके पास वाज़ेए व रौशन मौजिज़े ले कर
- फिर ज़ालिम लोगों की जड़ काट दी गयी और सारे जहाँन के मालिक ख़ुदा का
- और वह लोग जो ख़ुदा के साथ दूसरे माबूदों की परसतिश नही करते और जिस
- फिर जब आफताब को दमकता हुआ देखा तो कहने लगे (क्या) यही मेरा ख़ुदा है
- और ये (कुफ्फ़ार मुसलमानों से) पूछते हैं कि अगर तुम सच्चे हो तो (आख़िर) ये
- (ऐ रसूल) हमने तुमपर बरहक़ किताब इसलिए नाज़िल की है कि ख़ुदा ने तुम्हारी हिदायत
- (अरे कम्बख्तों) तुम्हें क्या जुनून हो गया है तुम लोग (बैठे-बैठे) कैसा फैसला करते हो
- तब भी यहीं कहेगें कि हो न हो हमारी ऑंखें (नज़र बन्दी से) मतवाली कर
- और मेरे काम में उसको मेरा शरीक बना
- क्या तूने इस पर भी ग़ौर नहीं किया कि ख़ुदा ही के फज़ल से कश्ती
Quran surahs in Hindi :
Download surah Al Qamar with the voice of the most famous Quran reciters :
surah Al Qamar mp3 : choose the reciter to listen and download the chapter Al Qamar Complete with high quality
Ahmed Al Ajmy
Bandar Balila
Khalid Al Jalil
Saad Al Ghamdi
Saud Al Shuraim
Abdul Basit
Abdul Rashid Sufi
Abdullah Basfar
Abdullah Al Juhani
Fares Abbad
Maher Al Muaiqly
Al Minshawi
Al Hosary
Mishari Al-afasi
Yasser Al Dosari
Please remember us in your sincere prayers